Monday, March 14, 2016

Trick:- कंप्यूटर की किसी भी सर्विस को डिसेबल करें। आपकी गैरमौजूदगी में कोई नही कर पायेगा use।


    अगर आप चाहते हैं कि आपकी गैर मौजूदगी में कोई आपके कंप्यूटर पर इन्टरनेट न चला सके या आपका सीडीरोम इस्तेमाल न कर सके या दूसरी कोई भी सर्विस यूज न कर सके तो इसके लिए आप निचे बतायी गयी बातों पर अमल करें.

सबसे पहले start पर जाएँ फिर control panel खोलें फिर system को खोलें . अब आपके सामने एक विंडो खुलेगी उसमें hardware पर क्लिक करें. फिर device manager को खोलें अब आपके सामने आपके सिस्टम की सभी सर्विसेस की लिस्ट आ जाएगी.

अब अगर आपको सीडीरोम को डिसेबल करना हो तो CD-ROM drives के साथ वाले + को क्लिक करें अब आपके कंप्यूटर की सीडीरोम की डिवाइस नज़र आएगी उस पर राईट क्लिक करें और प्रोपर्टी में जाएँ अब आपके सीडीरोम की विंडो खुलेगी उसमें सबसे निचे use this device(enable) का आप्शन नज़र आएगा उसको बदल कर do not use this device(disable) सेलेक्ट कर दें. अब आपका सीडीरोम डिसेबल हो गया अब कोई भी आपके सीडीरोम को इस्तेमाल नहीं कर सकता .अब अगर आप इन्टरनेट को डिसेबल करना चाहते हैं तो लिस्ट में से modems को सेलेक्ट कर के डिसेबल कर दें.इसी तरह आप जिस सर्विस को बंद करना चाहें कर सकते हैं .सर्विस को वापस चालू करने के लिए use this service (enable) को सेलेक्ट कर दें .

Trick:- आपकी गैरमौजूदगी में आपका कंप्यूटर कब ऑफ हुआ कब ऑन जानिये।


      क्या आप जानना चाहते है कि आपके गैरमौजूदगी में आपका का कंप्यूटर अंतिम बार कब off हुआ और कब on हुआ तो इसके लिए मैं आपको एक तरीका बताता हूँ- सबसे पहले आप start बटन पर क्लिक कीजिये फिर run में जाइए,वहां टाइप करें regedit फिर ok करेंगे तो आपके सामने registry editor की विंडो खुलेगी इसमें आपको निचे दिए गए निर्देश के मुताबिक क्लिक करना है-

HKEY_LOCAL_MACHINE/SOFTWARE/MICROSOFT/WINDOWS NT/CURRENT VERSION/PREFETCHER
जब आप इसमें PREFETCHER पर क्लिक करेंगे तो दायीं तरफ आपको कुछ option नज़र आयेंगे इसमें ExitTime के सामने जो समय है वो कंप्यूटर off होने का है और जो StartTime के सामने है वो कंप्यूटर on कब हुआ उसका समय है.

Trick:- अपनी आवाज खुद रिकॉर्ड तथा एडिट करें इस बेहतरीन सॉफ्टवेयर से।


      यूँ तो यह जानकारी काफी सामान्य है, फिर भी अभी भी कुछ लोग ऑडियो रिकोर्ड करने के लिए या तो विंडोज के साउंड रिकॉर्डर का प्रयोग करते हैं, या फिर किसी अच्छे साउंड रिकॉर्डर की तलाश में इंटरनेट खंगालते रहते हैं। मेरे इस लेख को पढ़ने के बाद आपकी यह तलाश खत्म हो जानी चाहिए :)

साउंड रिकॉर्ड करने के लिए सबसे अच्छे मुफ्त तथा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर का नाम है 'औडासिटी'। औडासिटी की मदद से आप ना सिर्फ ऑडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं बल्कि उसको एडिट भी कर सकते हैं। यदि आप एक से ज्यादा ऑडियो फाइल को मिक्स करना चाहते हैं तो आप इस सॉफ्टवेयर की सहायता से यह भी बहुत आसानी से कर सकते हैं। यह सॉफ्टवेयर आपको हर वह सुविधा देता है जो आपको किसी प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर में मिलती हैं।

औड़ासिटी सभी ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे कि विंडोज, लाइनक्स, मैक ओ.एस. एक्स. पर बखूबी काम करता है। औड़ासिटी  की कुछ खूबियां मैंने नीचे दीं हैं-

माइक्रोफोन, लाइन-इनपुट या यू.एस.बी. किसी भी तरह की डिवाइस से आप साउंड रिकॉर्ड कर सकते हैं।
आप एक से ज्यादा इनपुट से एक साथ साउंड रिकॉर्ड कर सकते हैं और एक से ज्यादा आउटपुट डिवाइस पर इस साउंड को भेज सकते हैं।
किसी ऑडियो ट्रैक पर आप दूसरा साउंड रिकॉर्ड कर सकते हैं जिससे मल्टी-ट्रैक रिकॉर्डिंग संभव है।
बहुत ऊंचे सैम्पल रेट पर भी साउंड को रिकॉर्ड किया जा सकता है, पर उसके लिए आपको सही हार्डवेयर का प्रयोग करना होगा।
लेवल मॉनीटर की सहायता से आप साउंड रिकॉर्ड करने से पहले, रिकॉर्ड करने के दौरान तथा बाद में आप साउंड के लेवल पर नजर रख सकते हैं।
क्लिपिंग वेबफॉर्म में दिखाई देती है।
आप लगभग सभी साउंड फोर्मेट को इम्पोर्ट तथा एक्सपोर्ट कर सकते हैं।
ऑडियो फ़ाइल में कई प्रकार के इफेक्ट जोड़े जा सकते हैं।
ऑडियो की पिच, फ्रीक्वेंसी तथा गति में बदलाब किया जा सकता है।
अंतिम खूबी तो यही है कि इसके सोर्स कोड को डाउनलोड किया जा सकता है तथा उसमें अपेक्षित बदलाब किये जा सकते हैं

Tips:- अपने लैपटॉप को ऐसे करें फार्मेट।




   लैपटॉप फार्मेट करने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अगर आप अपना विंडो अपग्रेड कर रहे हैं या फिर आप अपने लैपटॉप की सभी ड्राइव फार्मेट करना चाहते हैं। अगर विंडो में कोई खराबी आ गई है तभी कई विंडो फार्मेट कर सकते हैं या फिर उसे रिपेयर कर सकते हैं।

विंडो फार्मेट करने के लिए आपको कोई खास ट्रेनिंग या फिर किसी एक्‍सपर्ट की जरूरत नहीं आप चाहें तो खुद अपना पीसी फार्मेट कर सकते हैं। बस इसके लिए आपके पास ओरीजनल विंडो ऑपरेटिंग सिस्‍टम की सीडी होनी चाहिए। अगर आप भी अपने पीसी के विंडो को फार्मेट या फिर रिपेयर करना चाहते हैं तो नीचे दी गई स्‍टेप को फॉलो करके पीसी फार्मेट कर सकते हैं।

स्‍टेप 1
सबसे पहले अपने पीसी में सेव सारा डेटा एक्‍टर्नल हार्डडिस्‍क या फिर किसी दूसरी डिवाइस में सेव कर लें क्‍योंकि लैपटॉप फार्मेट करने के बाद आपके पीसी में सेव सारा डेटा मिट जाएगा।

स्‍टेप 2
डेटा सेव करने के बाद विंडो ऑपरेटिंग सिस्‍टम की सीडी ड्राइव में लगाएं।

स्‍टेप 3
सीडी हार्डडिस्‍क में लगाने के बाद विंडो सेटअप लोड होने तक थोड़ा इंतजार करें।

स्‍टेप 4
लैपटॉप को रीबूट होने दे और विंडो सेटअप के मेन मेनू के आने का इंतजार करें।

स्‍टेप 5
विंडो सेटअप मेन मेनू आने के बाद सेटअप स्‍क्रीन में इंस्‍टॉल नाओं के ऑप्‍शन पर क्लिक करें।

स्‍टेप 6
विंडो सेटअप मेनू में इंटर करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के लाइसेंस एग्रीमेट पर टिक मार्क लगा दें इसके लिए आप चाहें तो शार्टकट बटन "F8" का प्रयोग भी कर सकते हैं नहीं तो माउस की मदद से बॉक्‍स में टिक मार्क लगा दें। विंडो सेटअप मेनू में इंटर करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के लाइसेंस एग्रीमेट पर टिक मार्क लगा दें इसके लिए आप चाहें तो शार्टकट बटन "F8" का प्रयोग भी कर सकते हैं नहीं तो माउस की मदद से बॉक्‍स में टिक मार्क लगा दें।

स्‍टेप 7
अगर आप अपने लैपटॉप में इंस्‍टॉल विंडो को रिपेयर करना चाहते हैं तो "Esc" बटन दबा कर रिपेयर कर सकते हैं इससे आपके पीसी का डेटा सेव रहेगा लेकिन दूसरी सेटिंग विंडो अपने हिसाब से सेट कर देगा। पीसी में हार्डड्राइव के पार्टीशन को बदलने के लिए अपने कीबोर्ड में "D" बटन को दबानें के बाद "Enter" बटन को दबा दें। अब आपके पीसी की हार्डड्राइव फार्मेट होनी शुरु हो जाएगी।

Microsoft word में view menu का प्रयोग कैसे करे।



MS Word : View Menu (वीव मीन)

word_View Menu (वीव मीन):- Web layout:,Normal,print layout,out line,Tool Bars(टूलबार),Header & Footer (हेडर और फुटर),Document Map (डाकुमेंट मैप),Zoom (जूम)
View Menu (वीव मीन):-

इस मेनूके अन्दरdocument का  appearance (स्वरूप) बदलने से सम्बन्धितcommonds  पायी जाती है। इसमें 4 view पाये जाते है।

1. Normal:  इसमें  border, page layout  और  vertical ruler नहीं दिखायी देता है

2. Web layout: इस  view  में  web page  की तरह दिखायी देता हैं जैसा कि internet browser पर दिखायी देता है। लेकिन appearance normal vew  जैसा होता है।

3. print layout: इस view  में page layout, border, & left top में Ruler bar, Right & botton  में scroll bar
दिखायी देता है।

4. out line: इस  view में ruler bar नहीं दिखायी देता है। इसमें  heading, sub heading, text & sub document create कर सकते है। इसमें कोई  graphics object नहीं दिखायी देता है। इसमे एक outline tool bar  भी दिखायी देता है। जिसमें इससे सम्बन्धित GUI commonds होती है।

Tool Bars(टूलबार):-  इसमें विभिन्न तरीके के  tool bar होते है। जिनको यहाॅ से appear  या  disappear  कर सकते है। जैसे कि standard toolbar, formating toolbar & drawing toolbar  इत्यदि ।

Header & Footer (हेडर और फुटर):-  इस आपशन से  header & footer लगा सकते है। और देख सकते है। इस आपशन को select करने पर header & footer toolbar Hभी खुलता है। जिसमें इससे सम्बन्धित commands होती है। जो इस प्रकार दिखायी देता हैं।



Document Map (डाकुमेंट मैप):- इस आपशन को सेलेक्ट करने पर एक बायी ओर window खुल कर आ जाती हैं। जिसमें headingsदिखायी देती हैं। उन  heading पर  click कर उसमें सम्बन्धित text देख सकते हैं। इस तरह इसका प्रयोग heading को collapse & expand करने के लिये प्रयोग करते है।

Zoom (जूम):-इस आपशन से  page का size  छोटा या बडा करने के लिए प्रयोग करते हैं।

Microsoft word में insert menu को कैसे use करे।



MS Word : Insert (इनसर्ट)

word_Insert Menu (इनसर्ट मेनू):-Break (ब्रेक),Page Numbar (पेज नम्बर),Date & Time (तारीख एवं समय),Autotext (आटोटेक्स्ट ),Symbol (सिम्बल),Comments (कमेन्टस),Footnote (फुटनोट),Caption (कैंपसन),Cross Reference (क्रास रिफ्रेन्स ),Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स ),Picture (पिक्टर),Hyperlink (हाइपरलिंक)
Insert(इनसर्ट)

Insert Menu (इनसर्ट मेनू):- इस मीन के अन्दर document  की कार्य क्षमता को बढाने से सम्बन्घित  commonds  होते है। वे इस प्रकार है।

Break (ब्रेक):- इसमें document के matter को पेजों में तोडा जाता है। जब हम इस आपशन को select करते हैं। तो यह एक  dialog box
डिस्पले करता है। जो नीचे दिया गया है।



Page Numbar (पेज नम्बर):- इस आपशन के द्वारा  document  में page Numbar डालते है। इसका dialog box इस तरह डिस्पले होता है।

Date & Time (तारीख एवं समय):-इसमें पेज के अन्दर जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ पर  date & time डाल सकते है।

Autotext (आटोटेक्स्ट ):- इसमे पेज के अन्दर at the cursor position  कुछ विशिष्ट टेक्स्ट को डाल सकते है इससे टाइप करने का समय बच जाता है। और Spelling mistake नहीं होती हैं।

Symbol (सिम्बल):- इस आपशन के द्वारा document में symbol insert  किया जाता है। जब हम इस आपशन को सिलेक्ट करते है तो एक dialog box कुछ इस तरह से दिखायी देता है।

Comments (कमेन्टस):-इस आपशन के द्वारा पेज के अन्दर कहीं भी secret text लगा सकते है। जिसके माध्यम से, बाद में हम कभी उस निश्चित location पर पहुॅच सकते है।

Footnote (फुटनोट):- इस आपशन के द्वारा हम किसी वर्ड की व्याख्या symbol  के साथ पेज की बाटम में दे सकते है। इसका dialog box इस प्रकार डिस्पले हेाता है।

Caption (कैंपसन):- इस आपशन के द्वारा किसी graphics object  का टाइटिल दे सकते है।

Cross Reference (क्रास रिफ्रेन्स ):- इसकी सहायता से हम document में  items को एक दूसरे से link स्थापित कर सकते है। और इसकी सहायता से एक  location  से दूसरी location पर Navigate  कर सकते है उदाहरण के रूप में दो  heading को एक दूसरे से  link कर सकते है। जैसे कि इसमें page 1 पर Heading 1 बनाये और  page 2 पर heading 2 बनायी और इसके बाद  cross reference option को  select कर  insert button पर क्लिक करने से cursor होता है वहाॅ पर link बन जाता है।

Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स ):- इस आपशन की मदद से topics का index तैयार किया जाता है। कि कौन सा topic
किस  page पर है इससे topic ढूढना आसान हो जाता है। जैसा कि किताबो के अन्त में दिया होता है। इसको select करने पर dialog box आता है। जिससे topics की marking कर लेते है। फिर नये पेज पर lndex को  create कर लेते है।

Picture (पिक्टर):- इस आपशन से  document के अन्दर जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ पर computer  में  store किसी भी picture को  insert कर दिया जाता है।
Text Box (;टेक्ट बाक्स ):- इससे  document के अन्दर एक  text box insert हो जाता है। इसके बाद इसमें जो text लिखा जाता है। इसका direction  बदल सकते है।

Hyperlink (हाइपरलिंक):- इसकी सहायता से किसी दूसरी file को document के अन्दर  atach  कर सकते है। उसका एक लिंक बना लेते है और उस पर click करने पर atached file खुल जाती है। इसकी shortcut key ‘ctrl + k’ होती है।

Microsoft word में file menu का प्रयोग कैसे करे।



MS Word : File Menu (फाइल मेनू)

word_File Menu(फाइल मेनू), New (न्यू),Open(ओपेन),Close(क्लोज),Save (सेव),Save as (सेव ऐज),Save as wab page (सेव एज वेब पेज),page setup(पेज सेटअप),Print (प्रिट)
File Menu(फाइल मेनू)_

 New (न्यू):- इस option के माध्यम से नया document बनाया जाता हैं। इसकी
short cut key   Ctrl+N होती है।

Open(ओपेन):- इस  option के माध्यम से पहले से बना हुआ document file को खोलते हैं। इसकी shortcut key ctrl+o होती है।

Close(क्लोज):- इसमें current open file को बन्द किया जाता है

Save (सेव):-इस option के माध्यम से file को permanent storage device पर सुरक्षित करते है।

Save as (सेव ऐज):-इसके द्वारा current open file की duplicate copy तैयार करते है।

Save as wab page (सेव एज वेब पेज):-इस  option के द्वारा file को html format में सेव करते है।
जो internet browser से open हो जाती है।

page setup(पेज सेटअप) :- इस option का प्रयोग पेज की margin size & orientation set सेट करते है इस option को select करने पर page setup dialog box खुल जाता है। जो इस प्रकार दिखायी देता है।



margin से पेपर के चारो तरफ स्पेस set किया जाता है। जैसे कि left Right top & botton इसके साथ header & footer का space भी निर्धारित कर सकते है। gutter position भी सेट कर सकते है। जोकि binding के लिए स्पेस छाडते है। इसको पेज के लेफ्ट में या top में सेट कर सकते है।

pager size:- पेपर साइज से हम पेपर की width & hight घटाते बढाते है। और पेज का orintation set करते है।

Portrait:- peper पर printout horizontal lines में होता है।

Landscape:- peper  पर printout virtical line  में होता है।

Print Preview (प्रिंट प्रीवीव):- इस  कमान्ड की सहायता से देखते है कि पेपर पर printout कैसा आयेगा।

Print (प्रिट):- इस option के द्वारा पेपर पर printout लिया जाता है। इसका diolog box नीचे दिया गया है। जिसमें हम printout की setting कर सकते है।



Sent To (सेंट टू):- इस option के द्वारा document को mail या fax इत्यदि कर सकते है।

Exit(इक्जिट):- इस option के  द्वारा  msword से बाहर आते है।